रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन क्षेत्र में नहर विभाग द्वारा आदर्श नहर योजना के अंतर्गत सातमील के पास नहर निर्माण कार्य कराया जा रहा है, लेकिन कार्य में मानकों की अनदेखी और घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर सवाल उठने लगे हैं। शिकायत मिलने के बाद अधिशासी अभियंता ने ठेकेदार को कार्य की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय सहयोगी से मिली जानकारी के अनुसार जालौन क्षेत्र में आदर्श नहर योजना के तहत उरई मार्ग पर सातमील से कुंवरपुरा तक नहर की खुदाई, सफाई और पक्कीकरण का कार्य किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य का जिम्मा ठेकेदार भंवर सिंह को सौंपा गया है। ग्रामीणों ने अधिशासी अभियंता धर्मघोष से शिकायत कर आरोप लगाया था कि निर्माण में घटिया ईंटें (तीसरे दर्जे की), निम्न गुणवत्ता की बालू, और सीमेंट के अनुपात में लापरवाही बरती जा रही है। इससे नहर की मजबूती पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। बताया गया कि इस परियोजना के अंतर्गत करीब 23 किलोमीटर लंबी नहर की मरम्मत और पक्कीकरण का कार्य हो रहा है। लेकिन निर्माण कार्य की गुणवत्ता इतनी खराब है कि आने वाले वर्षों में यह टिक नहीं पाएगी, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग होने की आशंका है। साथ ही, नहर के असमय टूट-फूट जाने पर किसानों को सिंचाई की सुविधा का लाभ नहीं मिल पाएगा, जिससे उनकी खेती प्रभावित होगी।
अधिशासी अभियंता ने दी चेतावनी
मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेकर अधिशासी अभियंता धर्मघोष ने मौके का निरीक्षण कर ठेकेदार को कड़ी चेतावनी देते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने गुणवत्ता सुधारने के लिए निर्देशित किया है और कार्य की निगरानी के लिए विभागीय टीम को तैनात करने की बात कही है।