रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । नवरात्र के छठे दिन नगर व ग्रामीण क्षेत्र के दुर्गा मंदिर में मां के कात्यायनी स्वरूप की पूजा अर्चना की गई। भक्तों ने मां की पूजा अर्चना कर संतान प्राप्ति के साथ समृद्धि की कामना की।
चैत्र नवरात्र के छठे दिन नगर के प्राचीन व प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ रही। सुबह से भक्त महिलाएं हाथों में रोली, चावल, जल के लोटा के साथ फूल व प्रसाद लेकर मंदिर पहुंचने लगी। ब्रम्ह मुहूर्त से शुरू हुई भक्तों की भीड़ दोपहर तक लगी रही। इसके बाद दोपहर में चहल पहल कुछ कम हुई तो सायं होते ही भक्त फिर से देवी मंदिरों में पहुंचने लगे। मंदिरों के पट खुलते ही पूजा अर्चना शुरु हो गई। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। नवरात्र के मौके पर आस्था व विश्वास के प्रमुख देवी मंदिर छोटी माता मंदिर, बड़ी माता मंदिर, पहाड़पुरा में कामाक्षी देवी में भक्तों की भीड़ लगी रही और प्रसाद वितरण किया गया। पंडित अरविंद बाजपेई ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन समय में महर्षि कात्यायन ने संतान प्राप्ति के लिए मां भगवती की अधिक तपस्या की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर मां भगवती ने महर्षि कात्यायन को दर्शन दिए। महर्षि की प्रार्थना पर उन्होंने महर्षि को वचन दिया कि वह उनके घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लेंगी। छठवीं को ग्राम अकोढ़ी दुबे में संजीव कुमार द्विवेदी ने गांव कन्याओं का भोज कराया। माता के मंदिरों में प्रसाद के रूप में खीर व हलुआ का वितरण कराया गया।