Jalaun news today । जालौन नगर के कोंच चौराहा पर स्थित रामजानकी मंदिर में मां कर्माबाई जयंती धूमधाम से मनाई गई। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
नगर के कोंच चौराहा स्थित रामजानकी मंदिर पर भक्त शिरोमणि मां कर्माबाई जयंती धूमधाम से मनाई गई। सबसे पहले समाज के लोगों ने मंदिर में एकत्र होकर धार्मिक अनुष्ठान, पूजन-अर्चना की। इसके बाद आयोजित कार्यक्रम में साहू समाज के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण साहू ने कहा कि करीब एक हजार वर्ष पूर्व विक्रम संवत 1073 ई. में मां कर्माबाई का जन्म चैत्र मास कृष्ण पक्ष की एकादशी को झांसी के तेल व्यापारी रामसहाय के यहां हुआ था। वह समाज सुधारक, धर्मात्मा, परोपकारी थे, उनके यहां शुभ नक्षत्र एकादशी को कन्या का जन्म हुआ। विद्वानों ने उसे भगवान का उपासक बताया उनका नाम कर्माबाई रखा गया। युवा जिलाध्यक्ष हिमांशु सेठ ने कहा कि मां कर्माबाई के पिता राम सहाय भगवान को नियमित भोग लगा कर ही भोजन ग्रहण करते थे। तीर्थ यात्रा पर जाने से पहले उन्होंने पुत्री से कहा कि तुम मेरे भगवान को भोग लगा दिया करो। जब मां कर्माबाई ने सुबह भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया लेकिन भगवान ने भोजन नहीं किया तो मां ने कहा कि मैं भी भोजन नहीं करूंगी। भगवान के कहने पर मां ने चुनरी का पर्दा किया तब भगवान ने खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण कर लिया। बताया कि जगन्नाथ पुरी में आज भी मां कर्मा देवी के नाम का खिचड़ी का भोग भगवान जगन्नाथ का लगाया जाता है। इस दौरान प्रस्तुत सांस्कृति कार्यक्रम में बच्चों ने जगन्नाथ स्वामी और मां कर्माबाई की सुंदर झांकी प्रस्तुत की। इस मौके पर लक्ष्मीकांत साहू, हरीशंकर साहू, शिवनारायण, पवन, रोहित, सत्यम, दयाराम, श्रीराम साहू, लालू साहू आदि मौजूद रहे।
