
योगी के मंत्री ने किया भ्र्ष्टाचार पर करारा प्रहार, दो अधिकारी सस्पेंड, यह है आरोप,,देखिये पूरी खबर
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UP News Today । उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में बड़ा घोटाला प्रकाश में आया है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब विभागीय मंत्री असीम अरुण छात्रावास में औचक निरीक्षण करने पहुंचे और जब उन्होंने शासन द्धारा काम के लिए भेजी गई रकम से होने वाले काम का निरीक्षण किया तो उनको वहाँ पर बड़ा घोटाला मिला।

इस पर मंत्री श्री अरुण ने वहाँ मौजूद अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और उन्होंने वहीं खड़े खड़े बाराबंकी की जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा समेत कई अन्य को सस्पेंड करने के निर्देश दिये। मंत्री असीम अरुण ने भ्रष्टाचार पर किया कड़ा प्रहार बाराबंकी छात्रावास के निरीक्षक संतोष कुमार को किया गया निलंबित
5 लाख जारी हुई थी काम के लिए धनराशि
मिली जानकारी के अनुसार बाराबंकी के रामनगर में पीजी कॉलेज में स्थित राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावास में मेंटिनेंस कराने के लिए शासन से 5 लाख रुपए दिए गए थे ताकि छात्रावास में रहने वाले छात्रों को सुविधा मिल सके। मगर समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने कुछ हजार का काम कराने के बाद हॉस्टल को रंग रोगन करवा दिया ताकि देखने में वह सही लगे।
मंत्री ने किया औचक निरीक्षण तब खुली पोल
मीडिया रिपोर्ट से मेरी जानकारी के अनुसार रामनगर में स्थित इस अनुसूचित जाति छात्रावास में आज समाज कल्याण विभाग मंत्री असीम अरुण औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे इस संबंध में मंत्री श्री अरुण ने मीडिया को बताया कि उन्हें यह शक हुआ कि जिस काम के लिए पैसे दिए गए थे वह काम नहीं हुआ है और जब उन्होंने वाहन निरीक्षक करना शुरू किया तब भ्रष्टाचार की परतदार परत खुलती चली गई उन्होंने बताया कि जो बिजली के स्विच बदलने के लिए पैसा दिया गया था वह पुराने ही है ।
मीडिया को दी विस्तार से जानकारी

बाराबंकी में हुए भ्रष्टाचार के इस खेल उजागर के संबंध में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि रामनगर में समाज कल्याण विभाग द्वारा छात्रावास बनाया गया जिसकी मरम्मत और सुधार के लिए ₹5 लाख भेजा गया था और जब उन्होंने यहां पर भ्रमण किया तो उन्हें कुछ शंका हुई इस पर उन्होंने निरीक्षण किया तो सामने आया कि जो स्विच बोर्ड दिखाए जा रहे हैं उनमें एक भी स्विच नया नहीं है यह बड़ी कमी थी इसके अलावा भी कई कमियां देखी गई।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सस्पेंड
उन्होंने बताया कि इसके लिए जिम्मेदार समाज कल्याण अधिकारी और अधीक्षक को तत्काल निलंबित किया गया था इसके अलावा डिप्टी डायरेक्टर अयोध्या को जांच कर कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है और जिन्होंने गड़बड़ी की है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो पैसा सही से खर्च होना चाहिए तो वह इनसे वापस लिया जाएगा ।

