UP news today। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा सरकार पर करारा प्रहार किया है। उन्होने कहा है कि भाजपा सरकार गरीबों की जमीनों को छीनकर उन्हें बेघर करने का षडयंत्र रच रही है। भाजपा सरकार गरीब विरोधी है। समाजवादी पार्टी और समस्त विपक्ष के विरोध के बाद भी सत्ता के अहंकार में चूर भाजपा सरकार नजूल जमीन विधेयक बीजेपी के कुछ लोगों के फायदे के लिए लायी है। ये लोग अपने आसपास की गरीब जनता की जमीने हड़पना चाहते हैं। सात साल से सरकार में रहकर बजट की लूट करने के बाद भी सत्ता में बैठे लोगों का पेट नहीं भरा है। अब ये नया कानून बनाकर जमीनें लूटना चाहते है।
श्री यादव ने कहा कि नज़ूल लैंड का मामला पूरी तरह से ‘घर उजाड़ने’ का फ़ैसला है क्योंकि बुलडोज़र हर घर पर नहीं चल सकता है। भाजपा घर-परिवार वालों के खि़लाफ़ है। जनता को दुख देने में भाजपा अपनी ख़ुशी मानती है। जबसे भाजपा आई है, तब से जनता रोजी-रोटी-रोज़गार के लिए भटक रही है, और अब भाजपाई मकान भी छीनना चाहते हैं। कुछ लोगों के पास दो जगह का विकल्प है, पर हर एक उनके जैसा नहीं है। बसे बसाये घर उजाड़कर भाजपा वालों को क्या मिलेगा। क्या भू-माफ़ियाओं के लिए भाजपा जनता को बेघर कर देगी?
उन्होने कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि उनका ये फ़ैसला सही है तो हम डंके की चोट पर कहते हैं, अगर हिम्मत है तो इसे पूरे देश में लागू करके दिखाएं क्योंकि नज़ूल लैंड केवल यूपी में ही नहीं पूरे देश में है। समाजवादी पार्टी की यही माँग है कि अमानवीय ‘नज़ूल ज़मीन बिल’ हमेशा के लिए वापस हो।
श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ये बिल अपने निजी फायदे के लिए लाकर गरीबों की जमीनें हड़पना चाहते है। इस बिल का जनहित और विकास से कोई वास्ता नहीं है। गोरखपुर में नजूल के अन्तर्गत आने वाली बेशकीमती जमीनों पर सीएम की नज़र है। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी जी ने सोचा कि सत्ता का फायदा उठाकर उन जमीनों पर कब्जाकर लिया जाए इसलिए ये बिल लाया गया है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा की पहले गोरखपुर, अयोध्या फिर लखनऊ और धीरे-धीरे पूरे यूपी की बेशकीमती नजूल भूमि पर कुदृष्टि है और गरीब जनता पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है। ये जमीनें जनता से छीन कर बिल्डर्स, उद्योगपतियों को देने की साजिश है चूंकि लेकिन तमाम भाजपाई दिग्गजों की कोठियां, मकान, प्रतिष्ठान, बंगले भी नजूल में आ रहे हैं इसीलिए भाजपा के अंदर भी उसका विरोध हो रहा है। भाजपा की सरकार उत्तर प्रदेश की जनता के लिए मुसीबत बन गयी है। इसका सत्ता में रहना जनता के लिए हर दिन दुखदायी है। भाजपा सरकार प्रदेश की जनता को सुकून से नहीं रहने देना चाहती है। भाजपा की गलत नीतियों से महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त जनता के सामने हर दिन भाजपा सरकार नए-नए संकट पैदा करके पेरशानी में डाल रही है। 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सफाये से ही जनता की परेशानियों और संकटों से निजात मिलेगी।