जालौन क्षेत्र में रविवार को लौना गांव स्थित गोशाला में दो मृत गोवंश व एक गोवंश का कंकाल मिला था। जिसके बाद हिन्दू संगठनों ने विरोध जताते हुए सड़क पर जाम लगा दिया था। बाद में मौके पर पहुंचे अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम खोला गया और मृत गोवंशों का अंतिम संस्कार करते हुए उन्हें दफन कराया गया था। इस खबर का संज्ञान लेते हुए सोमवार को डीएम व एसपी ने गोशाला का निरीक्षण किया। साथ ही जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई।
लौना गांव स्थित अस्थाई गोशाला में कई दिनों से गोवंशों के मृत पड़े होने की सूचना पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे थे और उन्हें गोशाला में दो गोवंश मृत मिले और एक गोवंश का कंकाल मिला था। जिसके बाद हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने कंकाल को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे तहसील स्तरीय अधिकारियों ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। जिसके बाद जाम खुला और मृत गोवंशों को जमीन में दफनाया गया। इस खबर का संज्ञान लेकर डीएम राजेश कुमार पांडेय व एसपी दुर्गेश कुमार ने सोमवार की सुबह 10 बजे लौना स्थित अस्थायी गोशाला का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोशाला में 70 गोवंश संरक्षित पाए गए। मौके पर एक गोवंश बीमार मिला जिसका इलाज चल रहा है। गोशाला में भूसा व चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध था। गोशाला में दो केयर टेकर नियुक्त मिले। लेकिन गोशाला में सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं मिली। जगह जगह कीचड़, गोबर और गंदगी नजर आ रही थी। देखने से ही लग रहा था कि गोशाला में कई दिनों से सफाई नहीं हुई है।
गोशाला में गंदगी देखकर डीएम ने अधीनस्थों को कड़ी फटकार लगाई और तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए। गोशाला के संचालन में बीडीओ प्रशांत कुमार, प्रधान अर्चना देवी और ग्राम पंचायत अधिकारी वर्षा सिंह की लापरवाही पाई गई। जिसके चलते डीएम ने ग्राम पंचायत अधिकारी वर्षा सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्रधान को भी गोशाला संचालन में लापरवाही के चलते नोटिस थमाया गया। वहीं, मुख्यालय को बिना सूचना दिए गायब मिलने पर बीडीओ से भी स्पष्टीकरण मांगा गया साथ ही गोशाला के संचालन के लिए नोडल अधिकारी द्वारा लिखित सूचना दिए जाने के बाद भी लापरवाही बरतने पर बीडीओ और एडीओ सहकारिता शैलेंद्र के खिलाफ भी समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
उन्होंने गोशाला की साफ सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने, पानी निकासी की व्यवस्था करने और परिसर को मिट्टी डालकर समतल कराने के निर्देश दिए ताकि गोशाला में जलभराव न हो सके। इसके अलावा उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि नियमित रूप से पशु चिकित्सा अधिकारी गोशालाओं का भ्रमण करें और प्रत्येक गौशाला में गोवंशों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। गोशालाओं में अव्यवस्था मिलने पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। इस मौके पर एसडीएम विनय मौर्य, प्रभारी जिला विकास अधिकारी महेंद्र चौबे, जिला पंचायत राज अधिकारी राम अयोध्या प्रसाद, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मनोज अवस्थी, नायब तहसीलदार गौरव कुमार, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बलवान सिंह आदि मौजूद रहे।
इन पर हुई हुई कार्रवाई-
जालौन। गोशालाओं में गोवंशों के लगातार मरने की खबरों का संज्ञान लेकर डीएम राजेश पांडेय ने एसडीएम हेमंत पटेल को हटाया है। उनके स्थान पर विनोद मौर्या को एसडीएम जालौन बनाकर भेजा गया है। इसके अलावा लौना की ग्राम पंचायत अधिकारी वर्षा सिंह को निलंबित किया है। प्रधान अर्चना देवी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही बीडीओ प्रशांत कुमार और एडीओ सहकारिता शैलेंद्र के खिलाफ भी समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसके अलावा मुख्यालय को बिना सूचना दिए गायब मिलने पर बीडीओ से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।