(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)
Jalaun news today । वैश्य समाज की समस्याओं और राजनैतिक, आर्थिक व सामाजिक प्रस्तावों को लेकर अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्रकारों से वार्ता की। जिसमें लिव इन रिलेशनशिप पर रोक लगाने एवं व्यापारियों से जुड़ी समस्याओं के समाधान की मांग की गई। इस दौरान कार्यकारिणी विस्तार की भी घोषणा की।
अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता ने नटराज टॉकीज परिसर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। पत्रकार वार्ता के माध्यम से उन्होंने कहा कि वैश्य समाज के लोकसभा में मात्र दो सांसद हैं। उत्तर प्रदेश में 12 लोकसभा क्षेत्र वैश्य बाहुल्य हैं ऐसे में इन स्थानों से वैश्य समाज को टिकट दिए जाने चाहिए। आर्थिक अपराध के मामले में करदाताओं को हथकड़ी नहीं लगाई जाने चाहिए। वैश्य समाज के उपवर्गों को पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित किया जाए। जीएसटी प्रणाली में पेनाल्टी के साथ सजा का भी प्रावधान किया गया है। जो कि उचित नहीं है। सजा के प्रावधान को समाप्त किया जाना चाहिए। जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों के मृतक आश्रितों को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। व्यापारी वृद्धावस्था पेंशन 65 वर्ष की आयु में दी जाए। खाद्य विभाग के अधिकारी रिटेलर को पार्टी बनाकर केस दर्ज कराते हैं। जबकि उत्पाद में कोई कमी पाए जाने पर निर्माता को ही जिम्मेदार मानकर उसपर कार्रवाई की जाए। आगजनी की घटनाओं में दुकानदार को मुआवजा देने का प्रावधान किया जाए। इसके अलावा शादी समारोह दिन में आयोजित करने, फिजूलखर्ची को रोकने, शादियों में व्यंजनों की संख्या सीमित रखने, बारात में महिलाओं के सड़क पर नृत्य करने से रोकने की भी बात कही। कहा कि लिव इन रिलेशनशिप से समाज को खतरा है यह बंद होना चाहिए। लव मैरिज के मामलों में भी लड़का और लड़की के माता पिता की सहमति अनिवार्य होनी चाहिए। अंत में उन्होंने कार्यकारिणी विस्तार करते हुए पवन अग्रवाल को प्रदेश उपाध्यक्ष, गौरव गुप्ता प्रदेश महासचिव, संतोष पोरवाल नगर अध्यक्ष, शिवकुमार गुप्ता को नगर महामंत्री बनाए जाने की घोषणा की। साथ ही तीन मार्च को कानपुर में हो रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में भागीदारी करने के लिए समाज के लोगों से अपील की।
Contact for Advertisement : 9415795867