एडीएम के आश्वासन पर दुकानदारों ने धरना खत्म कर बतायी समस्यायें
(ब्यूरो रिपोर्ट)
उरई (जालौन)। उत्तर प्रदेश के जालौन जनपद में रविवार की प्रातः राजमार्ग स्थित उरई क्लब की दजर्न भर से अधिक दुकानों को क्लब के सचिव सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा पुलिस की मौजूदगी में सील किये जाने की जैसे ही दुकानदारों को जानकारी मिली तो उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया और देखते ही देखते उरई क्लब के दुकानदारों ने प्रशासनिक कायर्वाही के विरोध में क्लब गेट के सामने धरना देकर अपना विरोध प्रकट किया। बाद में एडीएम पूनम निगम ने मौके पर पहुंचकर धरना दे रहे दुकानदारों को आश्वासन दिया कि वह लिखित शिकायत दें ताकि उनकी समस्या का समाधान किया जा सके। तो वहीं प्रशासन का कहना था कि जिन दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गयी थी अब उन्होंने सिकमी किरायेदारों को दे दी जो दुकान आवंटन के नियमों का उल्लंघन है इसीलिये उक्त कायर्वाही अमल में लायी गयी है। खास बात तो यह हैै कि उरई क्लब की अध्यक्ष जिलाधिकारी जालौन व सचिव सिटी मजिस्ट्रेट है।
हमारे स्थानीय प्रतिनिधि से मिली जानकारी के अनुसार नगर के राजमार्ग पर स्थित उरई क्लब में प्रशासन द्वारा दुकानों का निमार्ण कराया गया था जिसे खुली नीलामी प्रक्रिया के तहत आवंटित किया गया था। इसके बाद सब कुछ ठीकठाक चल रहा था। रविवार की प्रातः 5 बजे के लगभग अचानक सिटी मजिस्ट्रेट कोतवाली पुलिस के साथ पहुंचे ओर एक के बाद एक दजर्न भर से अधिक दुकानों को सीज कर नोटिस चस्पा कर दिया। चूंकि उक्त कायर्वाही प्रातः ही हो चुकी थी लेकिन जैसे ही उसकी जानकारी दुकानदारों को पता चली तो वह मौके पर पहुंचे और अपनी दुकानों को सीज देखा तो उनमें आक्रोश भड़क गया। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट की कायर्वाही का विरोध करते हुये उरई क्लब गेट के बाहर अनेकों लोग धरने पर बैठ गये। जब मामले की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को पता चली तो एसडीएम सदर राजेश सिंह, सीओ सदर गिरजा शंकर त्रिपाठी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने धरना दे रहे लोगों से वार्ता की लेकिन बातचीत से कोई हल नहीं निकला तो फिर एडीएम पूनम निगम मौके पर पहुंची और धरना दे रहे दुकानदारों से बातचीत करते हुये कहा कि आप लोग लिखित में समस्यायें बतायें ताकि उनकी समस्या का समाधान किया जा सके। इसी के साथ धरने पर बैठे दुकानदारों ने धरना खत्म कर एडीएम कायार्लय पहुंचकर लिखित में दुकानें सीज कर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुये शिकायती पत्र सौंपा।