Jalaun news today ।जालौन क्षेत्र में नमामि गंगे योजना के तहत गांव गांव पाइपलाइन से पानी पहुंचाने का दावा सरकार द्वारा किया जा रहा है। सरकार यह दावा हवा हवाई दिख रहा है। विकास खंड के अकोढ़ी दुबे में पानी की टंकी बनावाकर कनेक्शन भी लगवा दिए गए हैं। लेकिन अभी तक सप्लाई शुरू न होने से पानी घरों तक नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों ने गर्मी के मौसम में पाइपलाइन से पानी की सप्लाई शुरू कराने की मांग की है।
विकास खंड के ग्राम अकोढ़ी दुबे में लगभग 5000 की आबादी है और लगभग 1800 मतदाता हैं। इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। ग्रामीण इस गर्मी में पेयजल को लेकर परेशान। ग्रामीणों को उनके घर तक हर घर जल के तहत कनेक्शन देकर पानी पहुंचाए जाने की योजना है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में नमामि गंगे योजना के तहत पानी की टंकी बनवाई गई। टंकी बनवाकर गांव की गलियों में पाइप लाइन डलवाकर घरों में कनेक्श तक दे दिए गए।
कनेक्शन होने के बाद भी अभी तक सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है। जबकि गांव की जनता नल से जल पीने को बेताब हैं। लेकिन उनकी इच्छा पूरी होती नहीं दिख रही है। तीन माह पूर्व गांव में पहुंचे केन्द्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने 15 दिन में पाइपलाइन से पानी देने का आश्वासन दिया था। भाजपा प्रत्याशी व सांसद का आश्वासन भी हवा हवाई साबित हुआ और अभी तक टंकी से पाइपलाइन को नहीं जोड़ा गया है। बनी खड़ी पानी की टंकी सफेद हाथी साबित हो रही है।ग्रामीण राजा भैया कुशवाहा, मोहित कुशवाहा, विवेक निरंजन, सुनील चौधरी, चंद्र प्रकाश पाल कहते हैं जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके चलते चार वर्ष बाद भी परियोजना अधूरी पड़ी है और गांव की जनता को नल से जल नही मिल पा रहा है। ग्रामीण बताते हैं कि गांव में नमामि गंगे योजना के तहत दो-तीन वर्ष पूर्व ठेकेदार द्वारा रास्तों में डाले गए खडंजा, सीसी, इंटरलॉक आदि को जेसीबी से खोदकर गड्ढों में तब्दील कर दिया था। लोगों को उम्मीद थी कि इस योजना के तहत जल्द ही उन्हें शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी। लेकिन अब तक ग्रामीणों को पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं हुई। ऊपर से रास्ते गड्ढे में तब्दील होने से जगह-जगह पानी भर जाने से लोग उन रास्तों से निकलने में परेशान हो रहे हैं। गर्मी के मौसम में पेयजल की अधिक आवश्यकता है। ऐसे में ग्रामीणों ने डीएम से शीघ्र ही नल से घर तक पानी की सप्लाई शुरू कराने की मांग की है।