नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी राहुल गांधी समेत कई अन्य को कोर्ट ने भेजा नोटिस,,

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New Delhi News Today । एक बड़ी खबर शुक्रवार को नेशनल हेराल्ड के मामले में मीडिया के प्रकाश में आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली की एक कोर्ट ने आज नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस पार्टी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत अन्य को नोटिस भेजा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोर्ट ने भेजे गए नोटिस में सभी को 5 मई को उपस्थित होने की बात कही है।

यह है मामला

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में दी गयी चार्जशीट में कई आरोपियों के नाम दिए गए थे इनमें सोनिया गांधी राहुल गांधी सेम पित्रोदा सुमन दुबे समेत कई अन्य के नाम शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोर्ट ने सभी आरोपियों को 5 मई को हाजिर होने की बात कही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इससे पहले 25 अप्रैल को कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी को नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया था। अदालत ने ईडी से और अधिक प्रासंगिक दस्तावेज लाने और खामियों को दूर करने को कहा था। इससे पहले नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर शिकंजा कसते हुए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपपत्र दायर किया था। ईडी ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया था। ईडी ने सोनिया और राहुल नेताओं को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया है। आरोपपत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा, सुमन दुबे समेत कई नेताओं के नाम भी शामिल हैं।

क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?

नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की स्थापना 1938 में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी। यह स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक था, इसे एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड यानी एजेएल की तरफ से प्रकाशित किया जाता था। साल 2008 में वित्तीय संकट के बाद समाचार पत्र बंद हो गया और यहीं से इस विवाद की शुरुआत हुई। इसके बाद 2010 में यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) नाम की कंपनी बनीं, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की 38-38% हिस्सेदारी है। इस मामले में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में आरोप लगाया कि वाईआईएल ने एजेएल की 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को मात्र 50 लाख रुपये में हासिल कर लिया और यह धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है।

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